भारत ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, कहा-जाधव को फांसी दी तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम

भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाए जाने पर भारत ने पाकिस्तान को आगाह किया है कि इसके दुरगामी परिणाम होंगे. इसके अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में स्पष्ट रूप से कहा था कि जाधव को बचाने के लिए सरकार 'परिपाटी से हटकर' कदम उठाएगी.
कर सकते हैं अपील 
इसी बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के ताजा बयान के मुताबिक कुलभूषण जाधव चाहें तो अपनी फांसी की सजा के खिलाफ अपील कर सकते हैं. जाधव के लिए अपील दायर करने की यह मियाद 60 वर्किंग दिन की है. वे चाहें तो इस दौरान अपनी फांसी के खिलाफ एक बार फिर अदालत जा सकते हैं.
पाक की सफाई 
जाधव मामले पर पाकिस्तान ने सफाई देते हुए यह भी कहा कि जाधव के केस में तय कानूनी प्रक्रिया का पालन किया गया है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तान की संसद में यह बयान दिया है.
पाक उच्चायुक्त ने बताया आतंकवादी 
इधर नई दिल्ली में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा कि एक आतंकवादी को जो कुछ भी उसने किया उसका फल मिलना ही चाहिए.
भारत ने पाकिस्तान को दी कड़ी चेतावनी, कहा-जाधव को फांसी दी तो भुगतने होंगे गंभीर परिणाम
नई दिल्ली : भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा फांसी की सजा सुनाए जाने पर केंद्र सरकार ने आज पाकिस्तान को चेताया कि अगर इस सजा पर अमल किया गया तो द्विपक्षीय संबंधों पर इसका प्रभाव पड़ेगा और वह जाधव को बचाने के लिए ‘परिपाटी से हटकर’ कदम उठायेगी.
'द्विपक्षीय संबंधों पर पड़ेगा इसका असर'
संसद के दोनों सदनों में दिये गए अपने बयान में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘सरकार और भारत के लोग इस घटना को काफी गंभीरता से ले रहे हैं जिसमें बिना किसी प्रक्रिया का पालन किये पाकिस्तान में एक निर्दोष भारतीय नागरिक को मौत की सजा का सामना करना पड़ रहा है.’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘हमारे पास इस सजा को सुनियोजित हत्या का कृत्य मानने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है.’ सुषमा ने कहा कि अगर इस मौत की सजा पर अमल होता है, तब द्विपक्षीय संबंधों पर इसके प्रभाव पड़ेंगे.


जब हिन्दू माँ ने 11 मुस्लिमो से कहा “एक एक करके मेरी बेटी का बलात्कार करो, वरना वो मर जायेगी”.




 सिराजगंज बांग्लादेश, पूर्वी देलुआ गाँव की घटना है ये
एक माँ जिसकी 14 साल की बेटी पूर्णिमा का 11-11 दरिंदे जिनकी उम्र 24-55 साल तक की है बलात्कार कर रहे थे, बंधी हुई माँ ने उनसे कहा
“अब्दुल अली, कम से कम इतना तो रहम करो, 1-1 कर उसका बलात्कार करो वो 14 साल की है मर जायेगी”
वो माँ 2 घंटे तक चिल्लाती रही
“अब्दुल अली, अब्दुल अली, अली रहम करो 1-1 कर बलात्कार करो”
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बांग्लादेश के सिराजगंज में अनिल चंद्र, उनकी पत्नी और 14 साल की बेटी पूर्णिमा रहते थे अनिल चंद्र एक हिन्दू थे तथा इनके पास जमीन थी ये बात मुस्लिमो को पसंद ना आई की एक काफिर कैसे अमीर है, ये सभी मुस्लिम खालिद जिया जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री है उसके पार्टी के लोग थे
8 अक्टूबर के दिन,  अब्दुल अली, अल्ताफ हुसैन, हुसैन अली, अब्दुर रउफ, यासीन अली, लिटन शेख और 5 अन्य मुस्लिमो ने अनिल चंद्र के घर पर धावा बोल दिया, अनिल चंद्र औए उनकी पत्नी को डंडो से मारकर बाँध दिया, उसके बाद दरिंदो की नजर 14 साल की पूर्णिमा पर पड़ी, 11-11 दरिंदे एक साथ पूर्णिमा पर टूट पड़े, देखते ही देखते उसके सारे कपडे फाड़ दिए और उसके गुप्तांगो को चोट पहुचाने लगे
सभी दरिंदे हँसते हुए, अनिल चंद्र और उनकी पत्नी को गालिया देने लगे और काफिर कहकर अपमानित करने लगे घंटो तक ये चलने लगा, इसी बीच दुखी माँ ने दरिंदो से ये रहम मांगी की एक-एक कर बलात्कार करो वो मर जायेगी 14 साल की है
पर दरिंदो ने ना माँ को छोड़ा ना पूर्णिमा को अधमरा छोड़ गए पूर्णिमा और उसकी माँ को,  सभी ने बलात्कार किया, और पड़ोसियों से कह गए की जो इनकी मदद करेगा उसके साथ भी ऐसा होगा, किसी ने हिन्दू परिवार की मदद नहीं की, अनिल चंद्र ने होंश में आने के बाद किसी तरह खुद को उठाया और पुलिस स्टेशन गए पर पुलिस ने कोई कारवाही नहीं की, चूँकि सभी दरिंदे खालिद जिया की पार्टी के थे , जब ये मामला पुरे बांग्लादेश में आया और न्यूज़ पेपरों में छापा गया तब जाकर 6 दरिंदो को पकड़ा गया, ये घटना कभी किसी भारतीय न्यूज़ में नहीं रही, जो पेपर की कटिंग है वो बांग्लादेश का न्यूज़ पेपर है, भारत के पश्चिम बंगाल का नहीं
ये पूरी घटना बांग्लादेशी लेखिका तस्लीमा नसरीन ने भी अपनी किताब “लज्जा” में लिखी जिसके बाद से उनको देश छोड़ना पड़ा, ये पूरी घटना इतनी हैवानियत से भरी है पर आजतक भारत में किसी बुद्धिजीवी ने इसके खिलाफ बोलने की हैसियत तक नहीं दिखाई है, ना ही किसी मीडिया हाउस ने इसपर कोई कार्यक्रम करने की हिम्मत जुटाई।
11 में से 6 दरिंदो को उम्रकैद की सजा हुई है बाकि 5 अब भी गायब है ये सभी 24 साल से 55 साल तक के थे

बाज़ार में छाई देसी मूर्तियाँ.चीनी माल के विरोध का असर ,अपने प्रधानमंत्री जी का "मेक इन इंडिया "सफल होता दिख रहा है।

बाज़ार में छाई देसी मूर्तियाँ.चीनी माल के विरोध का असर ,अपने  प्रधानमंत्री जी का "मेक इन इंडिया "सफल होता दिख  रहा है। 


भारत :- दीपावली के लिए सजे बाजारों से इस बार चीन से आने वाली लक्ष्मी-गणेश की लगभग मूर्तियां गायब ही हो गई हैं। इस बार भारतीय मूर्तिकारों ने चीन से बेहतर फिनिशिंग वाली मूर्तियों से भारत  के बाज़ारों को भर दिया है। शहर के पुराने थोक व्यापारियों के मुताबिक चीनी सामान के भारत में विरोध की वजह से इनकी डिमांड बढ़ रही है। पहले दीपावली पर मिलने वाली मूर्तियों के बाजार पर चीन का 60-70 फीसदी कब्जा था, जो इस बार घटकर 10 फीसदी पर आ गया है।

जानकारों के मुताबिक पिछले कुछ साल से दीपावली पर देवी-देवताओं की मूर्तियों के बाजार पर चीन का दबदबा था। ग्राहक भी बेहतर फिनिशिंग और कम दाम वाली चीनी मूर्तियों की मांग करते थे। लेकिन चीन के बढ़ते विरोध की वजह से हालात बदलने लगे हैं। इस बार भारतीय मूर्तियों और भारतीय सामान की डिमांड ज्यादा है।  एक व्यापारी के मुताबिक इस बार एक अच्छा रुख दिखाई दे रहा है। चीन को शिकस्त देने के लिए इस बार भारतीय मूर्तिकारों ने अट्रैक्टिव और बेहतर फिनिशिंग वाली मूर्तियों का बाजार में ढेर लगा दिया है।  मेरठ भी मूर्तियों का बड़ा केंद्र है, जहां से मूर्तियां दिल्ली और आसपास के राज्यों में आती हैं।
दिवाली  विशेष बाजार में इस बार 100 रुपए से 5,000 रुपए तक की मूर्तियां हैं। व्यापारियों के मुताबिक भारतीय मूर्तिकार अब चीन की टेक्निक और आर्ट को समझ चुके हैं। अब वे चीन की टक्कर के प्रोडक्ट पेश कर रहे हैं। इसकी वजह से मूर्तियों के बाजार पर चीन का हिस्सा 60-70 फीसदी तक पहुंच गया था, लेकिन इस बार यह सिर्फ 10 फीसदी तक रह गया है।
अपने  प्रधानमंत्री जी का "मेक इन इंडिया "सफल होता दिख  रहा है। 




Jammu kashmir: माछिल सेक्टर में हमले में सेना का एक जवान शहीद, आतंकियों ने शव किया क्षत-विक्षत

कुपवाड़ा के माछिल सेक्टर में हमले में सेना का एक जवान शहीद, आतंकियों ने शव किया क्षत-विक्षत......



श्रीनगर : एक बर्बर घटना में, कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में माछिल सेक्टरमें आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना की ओर से की जा रही गोलीबारी की आड़ में नियंत्रण रेखा पार की और एक भारतीय जवान की हत्या कर और उसके शव को विकृत(सर काट दिया )कर दिया। घटना में एक हमलावार मारा गया है जिसके बारे में भारतीय सेना ने कहा कि उचित जवाब दिया जाएगा।


सेना के एक प्रवक्ता ने कहा कि शुक्रवार शाम नियंत्रण रेखा के पास एक मुठभेड़ में एक सैनिक शहीद हो गया और एक आतंकवादी मारा गया। आतंकवादियों ने जवान के शव को विकृत कर दिया और फिर पाकिस्तानी सेना की ओर से की गई गोलीबारी की आड़ लेकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भाग गए।

PAK सेना कर रही आतंकियों की मदद


पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से जम्मू कश्मीर में एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सरहद पर पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों के साथ मिलकर घुसपैठ और आतंकी हमले की नापाक साजिश को अमली जामा पहनाने में लगी हुई है. देश में दिवाली की खुशियों के मौके पर पाकिस्तान हर हाल में खलल डालने की फिराक में है. वहीं सरहद पर सेना और बीएसएफ के जवानों ने चौकसी कई गुना बढ़ा दी है. सेन और बीएसएफ के जवान पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी का मुँहतोड़ जवाब दे रहे हैं. आजतक की टीम ने सीमापार से लगातार की जा रही गोलाबारी के बीच सांबा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के जवानों के साथ रात में पेट्रोलिंग का जायजा लिया.

“ऐ दिल है मुश्किल” मुश्किल में आ गयी है ।देश प्रेम के आगे ,जय हिन्द

“ऐ दिल है मुश्किल” मुश्किल में आ गयी है ।देश प्रेम के आगे ,जय हिन्द

भोपाल. शुक्रवार को सिल्वर स्क्रीन्स पर रिलीज हुई करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' रिलीज हुई, लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीगढ़, बिहार और झारखंड में हिंदू संगठनों के हंगामे की वजह से कई टॉकीजों में शो रद्द करने पड़े। प्रदर्शन करने वालों ने चेतावनी दी कि अगर फिल्म दोबारा चलाई तो टॉकीजों में घुसकर तोड़फोड़ की जाएगी। हालांकि, महाराष्ट्र में शांति है, जबकि यहीं से इस फिल्म के ख्रिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए थे। बता दें कि फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान है। उड़ी हमले के बाद पाक कलाकारों का भारत में विरोध हो रहा है। 

पहले से तैयार थे हिंदू संगठन...

- शुक्रवार को जैसे ही यह फिल्म रिलीज हुई, पहले से विरोध के लिए तैयार बैठे हिंदू संगठनों ने सिनेमाघरों में घुसकर हंगामा कर दिया। इससे कई जगह शो रद्द करने पड़े।
- मध्य प्रदेश के जबलपुर में 'हिंदू सेवा परिषद' के कार्यकर्ताओं ने समदड़िया मॉल के मल्टीप्लेक्स से दर्शकों को बाहर निकाल दिया।
- सुबह 9 बजे शो शुरू होते ही कार्यकर्ता वहां पहुंच गए थे। उन्होंने फिल्म के पोस्टर फाड़े और उन्हें आग लगा दी।
- जबलपुर में यह फिल्म तीन टॉकीजों में रिलीज हुई है। हंगामे के चलते सभी जगह शो रद्द करने पड़े।
- हिंदू सेवा परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने चेतावनी दी कि अगर शो दुबारा शुरू हुए, तो टॉकीजों में तोड़फोड़ कर दी जाएगी।
- उन्होंने कहा कि, 15 दिन पहले हमने प्रशासन को इस बारे में चेताया था, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
- ग्वालियर में भी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने फिल्म का विरोध किया। मुरार में श्री टॉकीज पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
- इसके बाद श्री टॉकीज और डीडी मॉल में फन सिनेमा के बाहर सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है।
-भोपाल के सिनेमाघरों के बाहर पुलिस तैनात है। यहां अल्पना सिनेमा सहित अन्य टॉकीजों के बाहर प्रदर्शन हुआ।

छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में भी शो रद्द
- छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मंडी सिनेमा मॉल में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म का शो रद्द करवा दिया।
- पटना के मोना टॉकीज पर बीजेपी के कार्यकर्ता ने नारेबाजी की। वे काफी देर तक हंगामा करते रहे।
- झारखंड के रांची में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने गिल्ट्ज सिनेमा, फन और आईलेक्स सिनेमा के सामने प्रदर्शन किया और फिल्म के शो को रुकवा दिया।

“ऐ दिल है मुश्किल” देखने आये दर्शकों में आ गयी देशभक्ति गरज के बोले नहीं देखनी तो नहीं देखनी।


आज करण जौहर की फ़िल्म ‘ऐ दिल हैं मुश्किल’ देशभर में रिलीज़ हो गयी हैं। काफ़ी विवादों के बाद आज ये फ़िल्म रिलीज़ हो पाई हैं। उरी हमले के बाद पाक कलाकारों पर चल रहे विरोध के कारण ये फ़िल्म मुश्किलों में आ गयी हैं।

घटना पटना शहर की हैं जहाँ आज सुबह से ही  “ऐ दिल है मुश्किल” सिनेमाघरो में लग गयी, “ऐ दिल है मुश्किल” का विरोध करने सिर्फ़ तीन युवक ही पहुँचे। भारत में सेक्युलरो की कमी नहीं हैं। देशभक्तों की बहुत कमी हैं भारत में। सभी सेक्युलर तत्व ऐ दिल हैं मुश्किल देखने आ रहे रहे थे और बेचारे 3 देशभक्त बैठे विरोध कर रहे थे। तभी अचानक एक बहुत अच्छी घटना घटी।

इन 3 देशभक्तो को पाकिस्तान परस्तों के खिलाफ प्रदर्शन करता देख वो लोग भी इनके साथ शामिल हो गए जो “ऐ दिल है मुश्किल” देखने के लिए सिनेमाघर में जा रहे थे। अचानक ही सेक्युलरो में भी देशभक्ति जाग उठी और फ़िल्म छोड़ कर प्रदर्शन करने लगे। 3 देशभक्तों के साथ देखते ही देखते 50 देशभक्त हो गए। सबने  जमकर पाकिस्तान परस्त फ़िल्मबाजों के खिलाफ नारेबाजी की और फिल्म के बहिष्कार का ऐलान किया। पाकिस्तान परस्तों के पोस्टर भी जलाये और प्रण लिया की किसी पाकिस्तान परस्त फिल्मबाज़ की  कोई फिल्म नहीं देखेंगे। पाकिस्तान परस्तों के पोस्टर भी जलाये और प्रण लिया की किसी पाकिस्तान परस्त फिल्मबाज़ की कोई फिल्म नहीं देखेंगे

एमएनएस ने विरोध को दी थी हवा
-उड़ी अटैक के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ देशभर में गुस्सा है।
- हिंदू संगठन और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगाने की मांग की थी।
- उन्होंने 'ए दिल है मुश्किल' से पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को रिप्लेस करने की भी अपील की थी।
- हालांकि, बाद में एमएनएस 3 शर्तों के साथ फिल्म रिलीज की इजाजत देने पर राजी हो गया था।
- एनएनएस ने शर्त रखी थीं कि फिल्म की शुरुआत में उड़ी हमले के शहीदों को एक मैसेज के जरिए श्रद्धांजलि दी जाएगी। सेना के फंड में 5 करोड़ रुपए जमा करने होंगे और लिखित में देना होगा कि आग से किसी भी फिल्म में पाक कलाकारों को काम नहीं दिया जाएगा।

पाकिस्तानी उच्चायुक्त के जासूसी में पकड़े जाने के बाद मामला और बढ़ा..
- दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पाकिस्तानी हाईकमीशन के एक अफसर को सीक्रेट डॉक्यूमेंटस के साथ हिरासत में लिया था।
- इस घटना के बाद पाकिस्तान का विरोध और तेज हो गया है।

“ऐ दिल है मुश्किल” मुश्किल में आ गयी है ।देश प्रेम के आगे ,जय हिन्द

“ऐ दिल है मुश्किल” मुश्किल में आ गयी है ।देश प्रेम के आगे ,जय हिन्द

भोपाल. शुक्रवार को सिल्वर स्क्रीन्स पर रिलीज हुई करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' रिलीज हुई, लेकिन मध्य प्रदेश, छत्तीगढ़, बिहार और झारखंड में हिंदू संगठनों के हंगामे की वजह से कई टॉकीजों में शो रद्द करने पड़े। प्रदर्शन करने वालों ने चेतावनी दी कि अगर फिल्म दोबारा चलाई तो टॉकीजों में घुसकर तोड़फोड़ की जाएगी। हालांकि, महाराष्ट्र में शांति है, जबकि यहीं से इस फिल्म के ख्रिलाफ प्रदर्शन शुरू हुए थे। बता दें कि फिल्म में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान है। उड़ी हमले के बाद पाक कलाकारों का भारत में विरोध हो रहा है। 

पहले से तैयार थे हिंदू संगठन...

- शुक्रवार को जैसे ही यह फिल्म रिलीज हुई, पहले से विरोध के लिए तैयार बैठे हिंदू संगठनों ने सिनेमाघरों में घुसकर हंगामा कर दिया। इससे कई जगह शो रद्द करने पड़े।
- मध्य प्रदेश के जबलपुर में 'हिंदू सेवा परिषद' के कार्यकर्ताओं ने समदड़िया मॉल के मल्टीप्लेक्स से दर्शकों को बाहर निकाल दिया।
- सुबह 9 बजे शो शुरू होते ही कार्यकर्ता वहां पहुंच गए थे। उन्होंने फिल्म के पोस्टर फाड़े और उन्हें आग लगा दी।
- जबलपुर में यह फिल्म तीन टॉकीजों में रिलीज हुई है। हंगामे के चलते सभी जगह शो रद्द करने पड़े।
- हिंदू सेवा परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने चेतावनी दी कि अगर शो दुबारा शुरू हुए, तो टॉकीजों में तोड़फोड़ कर दी जाएगी।
- उन्होंने कहा कि, 15 दिन पहले हमने प्रशासन को इस बारे में चेताया था, लेकिन उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
- ग्वालियर में भी हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने फिल्म का विरोध किया। मुरार में श्री टॉकीज पर पहुंचकर कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।
- इसके बाद श्री टॉकीज और डीडी मॉल में फन सिनेमा के बाहर सिक्युरिटी बढ़ा दी गई है।
-भोपाल के सिनेमाघरों के बाहर पुलिस तैनात है। यहां अल्पना सिनेमा सहित अन्य टॉकीजों के बाहर प्रदर्शन हुआ।

छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार में भी शो रद्द
- छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के मंडी सिनेमा मॉल में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने 'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म का शो रद्द करवा दिया।
- पटना के मोना टॉकीज पर बीजेपी के कार्यकर्ता ने नारेबाजी की। वे काफी देर तक हंगामा करते रहे।
- झारखंड के रांची में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने गिल्ट्ज सिनेमा, फन और आईलेक्स सिनेमा के सामने प्रदर्शन किया और फिल्म के शो को रुकवा दिया।

“ऐ दिल है मुश्किल” देखने आये दर्शकों में आ गयी देशभक्ति गरज के बोले नहीं देखनी तो नहीं देखनी।


आज करण जौहर की फ़िल्म ‘ऐ दिल हैं मुश्किल’ देशभर में रिलीज़ हो गयी हैं। काफ़ी विवादों के बाद आज ये फ़िल्म रिलीज़ हो पाई हैं। उरी हमले के बाद पाक कलाकारों पर चल रहे विरोध के कारण ये फ़िल्म मुश्किलों में आ गयी हैं।

घटना पटना शहर की हैं जहाँ आज सुबह से ही  “ऐ दिल है मुश्किल” सिनेमाघरो में लग गयी, “ऐ दिल है मुश्किल” का विरोध करने सिर्फ़ तीन युवक ही पहुँचे। भारत में सेक्युलरो की कमी नहीं हैं। देशभक्तों की बहुत कमी हैं भारत में। सभी सेक्युलर तत्व ऐ दिल हैं मुश्किल देखने आ रहे रहे थे और बेचारे 3 देशभक्त बैठे विरोध कर रहे थे। तभी अचानक एक बहुत अच्छी घटना घटी।

इन 3 देशभक्तो को पाकिस्तान परस्तों के खिलाफ प्रदर्शन करता देख वो लोग भी इनके साथ शामिल हो गए जो “ऐ दिल है मुश्किल” देखने के लिए सिनेमाघर में जा रहे थे। अचानक ही सेक्युलरो में भी देशभक्ति जाग उठी और फ़िल्म छोड़ कर प्रदर्शन करने लगे। 3 देशभक्तों के साथ देखते ही देखते 50 देशभक्त हो गए। सबने  जमकर पाकिस्तान परस्त फ़िल्मबाजों के खिलाफ नारेबाजी की और फिल्म के बहिष्कार का ऐलान किया। पाकिस्तान परस्तों के पोस्टर भी जलाये और प्रण लिया की किसी पाकिस्तान परस्त फिल्मबाज़ की  कोई फिल्म नहीं देखेंगे। पाकिस्तान परस्तों के पोस्टर भी जलाये और प्रण लिया की किसी पाकिस्तान परस्त फिल्मबाज़ की कोई फिल्म नहीं देखेंगे

एमएनएस ने विरोध को दी थी हवा
-उड़ी अटैक के बाद से पाकिस्तान के खिलाफ देशभर में गुस्सा है।
- हिंदू संगठन और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने पाकिस्तानी कलाकारों के भारत में काम करने पर बैन लगाने की मांग की थी।
- उन्होंने 'ए दिल है मुश्किल' से पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान को रिप्लेस करने की भी अपील की थी।
- हालांकि, बाद में एमएनएस 3 शर्तों के साथ फिल्म रिलीज की इजाजत देने पर राजी हो गया था।
- एनएनएस ने शर्त रखी थीं कि फिल्म की शुरुआत में उड़ी हमले के शहीदों को एक मैसेज के जरिए श्रद्धांजलि दी जाएगी। सेना के फंड में 5 करोड़ रुपए जमा करने होंगे और लिखित में देना होगा कि आग से किसी भी फिल्म में पाक कलाकारों को काम नहीं दिया जाएगा।

पाकिस्तानी उच्चायुक्त के जासूसी में पकड़े जाने के बाद मामला और बढ़ा..
- दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को पाकिस्तानी हाईकमीशन के एक अफसर को सीक्रेट डॉक्यूमेंटस के साथ हिरासत में लिया था।
- इस घटना के बाद पाकिस्तान का विरोध और तेज हो गया है।

विडियो :-मुस्लिम इमाम ने लड़की के साथ किया घिनोना काम।

विडियो :-मुस्लिम इमाम ने लड़की के साथ किया घिनोना काम। 


भारतीय मीडिया सिर्फ और सिर्फ हिन्दू बाबाओ को बदनाम करने में कोई कसर नहीं छोड़ती लेकिन आये दिन मौलवी और धर्म विशेष के लोगो की अश्लील हरकते उजागर होते रहती है! लेकिन मीडिया का सर एक ही काम है अपना आंख-कान बंद करके तमाशा देखते रहना, आखिरब क्यों मीडिया या भारतीय राजनितिक पार्टिया तमाशबीन बानी हुयी है, सिर्फ इसलिए न की उनको चंद वोट और शास्ति टी आर पि मिल सके!
वैसे इस्लाम के मुल्ला और मौलवी लोग कहते हैं की हमारा धर्म सबसे पाक है और सब लोग इस्लाम ग्रहण कर लो पर आजकल जो कोलकाता में हो रहा है उसका छोटा रूप आपके सामने हैं देखिये ये मस्जिद का इमाम कैसे एक लड़की का 4 5 लोगों के सामने रेप कर रहा है वो भी अपने अल्लाह के अनुसार सबसे पाक जगह पर अब 2 चीजे होती हैं या तो इनके अल्लाह को ये सब पसंद है इसलिए उनके सामने मस्जिद में किया जा रहा है या फिर इस्लाम को मनवाने का और कोई दूसरा रास्ता मुल्लों के पास अब!
देखिये ये विडियो इस हरामखोर की