पाकिस्तान को अलग-थलग करने की भारत की रणनीति सफल।
पाकिस्तान मे होने वाले सार्क सम्मलेन स्थगित होना तय हो गया है।
भारत के बहिस्कार के बाद अभी तक की जानकारी कई मुताबिक सार्क सम्मलेन मे प्रधानमंत्री हिस्सा नहीं लेगे। इस के बाद बांग्लादेश ,भूटान अफगानिस्तान ने भी पाकिस्तान मे होने वाले सार्क सम्मलेन का बहिकर कर दिया है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से पूरी दुनिया में पाकिस्तान को अलग-थलग करने ऐलान किया था वो सफल होता दिख रहा है।
सार्क सम्मलेन में कुल 8 देश हिस्सा लेते है। जिसमे से 4 भारत, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और भूटान इसमे सामिल होने साई इंकार कर दिया है।
पाकिस्तान दक्षिण एशिया मे अकेला पड़ता दिख रहा है।
बाकि 3 और देश :-मालदीव, श्रीलंका और नेपाल ने सार्क सम्मलेन को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं किया है।
क्या है सार्क सम्मलेन और कौन कौन देश है इसमै नीचि दिये फोटो में देखिये:-
सार्क सम्म्मेलन के नियम अनुसार अगर एक भी देश हिसा नहीं लेता तो सम्मलेन स्थगित करना होता है।
इस बार तो अभी तक 4 देशो नै हिस्सा ना लेने का फैसला किया है।
इससे पहले कारगिल युद्ध के बाद 1999 में भारत ने हिस्सा नहीं लिया था , उस वक्त भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजेपेयी थे और ये समिट काठमांडू में होना था।
इस समिट के स्थगित होने का सीधा कूटनीतिक मतलब ये है कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की छबि ख़राब होगी।
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जय हिन्द।